Talk:Man Madhukar Khelat Vasant (मन मधुकर खेलत वसंत)
TOC:
- 1. भक्ति है मंदिर परमात्मा का
- 2. मैं तो यहां एक प्रेम का मंदिर बना रहा हूं
- 3. इस्क करहु हरिनाम कर्म सब खोइया
- 4. रहस्य में डूबो
- 5. बिगसत कमल भयो गुंजार
- 6. तुम्हारा अंत परमात्मा का प्रारंभ है
- 7. अपने पिय संग होरी खेलौं
- 8. संन्यास प्रेम है परमात्मा से
- 9. सुरति संभारिकै नेह लगाइकै
- 10. विधायक अकेलापन ध्यान है
- 11. सतगुरु कृपा अगम भयो हो