Pandit-Purohit Aur Rajneta: Manav-Aatma Ke Shoshak (पंडित-पुरोहित और राजनेता : मानव-आत्मा के शोषक)
- तुम्हें पता रहना चाहिए कि असली अपराधी कौन हैं। समस्या यह है कि वे अपराधी महान नेता, साधु, संत, महात्मा समझे जाते हैं। इसलिए मुझे इन सारे लोगों का भंडाफोड़ करना ही होगा, क्योंकि वे ही कारण हैं। उदाहरण के लिए, यह समझना थोड़ा आसान है कि शायद राजनीतिक लोग बहुत सारी समस्याओं, हत्याओं, कत्लेआमों, मनुष्यों के जलाए जाने में कारण हैं। यह और भी कठिन हो जाता है जब बात धार्मिक नेताओं पर आती है, क्योंकि किसी ने उनके खिलाफ उंगली नहीं उठाई है। वे सदियों से सम्मान्य रहे हैं, और जैसे-जैसे समय बीतता जाता है उनकी सम्मानीयता बढ़ती जाती है। मेरे लिए सर्वाधिक कठिन काम है तुम्हें सचेत करना कि इन लोगों ने ही जाने अथवा अनजाने, उससे फर्क नहीं पड़ता, यह दुनिया तैयार की है।
- translated from
- English: Priests and Politicians: The Mafia of the Soul
- notes
- time period of Osho's original talks/writings
- (unknown)
- number of discourses/chapters
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