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To- श्री मोतीलाल जैन,
प्रथम वर्ष, बी एस सी, संस्कृत कॉलेज
रायपुर (म. प्र.)
जबलपुर
१५-१-५८
प्रिय मोतीलाल,
शुभाशीष। तुम्हारा पत्र, खुशी हुई।
'पड़ीवाल-दम्पति' को मेरे प्रणाम। मैं मजे में हूं और आशा करता हूं कि तुम सबको लेकर गजरथ के समय आ रहे हो। उस समय सबसे मिलना हो सकेगा। शेष शुभ। चि. नरेन्द्र, राजेन्द्र, देवकुमार, रामकुमार, सबको मेरा स्नेह।
रजनीश के शुभाशीष।