Letter written on 16 Jan 1966

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Letter written to Sw Chaitanya Veetaraga on 16 Jan 1966. It is unknown if it has been published or not.

Acharya Rajnish

Jeevan Jagruti Kendra, 115, Napier Town, Jabalpur (M.P.)

चिदात्मन्,
प्रेम। पत्र मिले हैं। इधर मैं इतना व्यस्त हूँ कि उत्तर नहीं देपाता हूँ। सिवाय क्षमा मांगने के और कोई उपाय नहीं है। बहुत लम्बे पत्र तो स्वयं पढ़ भी नहीं पाता हूँ। प्रश्नों के उत्तर देना तो और भी असंभव हो गया है। जिज्ञासाओं के समाधान के लिए ही कुछ शिविर आयोजित किये जारहे हैं, जहां मैं सामूहिक रूप से प्रश्नों के उत्तर देपाता हूँ। अभी ४-५-६ फ़रवरी जूनागढ़ में ३०० मित्रों के लिए ऐसा ही शिविर होरहा है। आसपास कोई शिविर होगा तो मैं खबर दूंगा। उसमें आजावें। तभी आपके प्रश्नों के साथ न्याय होसकताहै। शेष शुभ। वहां सबको मेरे प्रणाम कहें।

रजनीश के प्रणाम

१६/१/१९६६


See also
Letters to Veetaraga ~ 02 - The event of this letter.