Letter written on 16 Jan 1971 (Maitreya)

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Letter written to Sw Anand Maitreya on 16 Jan 1971. It has been published in Dhai Aakhar Prem Ka (ढ़ाई आखर प्रेम का), as letter #79.

acharya rajneesh

A-1 WOODLAND PEDDAR ROAD BOMBAY-26. PHONE: 382184

मेरे प्रिय,
प्रेम। ऐसा बिगत जन्म में दिया गया अनेक मित्रों को मेरा आश्वासन था कि जब सत्य मिले तो मैं उन्हें खबर कर दूंगा।

वह खबर मैं कर चुका !

भारत में मेरी यात्रायें इसलिए अब समाप्त ही हैं।

निश्चय हो भारतेतर मित्र भी कुछ हैं -- उनसे संबंध-सेतु बना रहा हूँ।

यद्दापि, मित्रों को लिये गये वायदे की कुछ भी खबर नहीं है, -- आपको भी कहां है, -- लेकिन, मुझे तो ज्ञात है, उसे करना अनिवार्य है।

अब साधारणतः मैं एक ही जगह रुकूंगा।

इससे साधकों पर ज्यादा ध्यान भी दे सकूंगा।

और जिन्हे सच ही जरुरत है, उनके ज्यादा काम भी आसकूंगा।

वहां सबको मेरे प्रणाम कहें।

रजनीश के प्रणाम

१६/१/१९७१


See also
Dhai Aakhar Prem Ka ~ 079 - The event of this letter.