Letter written on 1 Apr 1971 (KSaraswati)

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Letter written to Sw Krishna Saraswati on 1 Apr 1971. It has been published in Ghoonghat Ke Pat Khol (घूंघट के पट खोल) as letter 93.

acharya rajneesh

A-1 WOODLAND PEDDAR ROAD BOMBAY-26. PHONE: 382184

प्रिय कृष्ण सरस्वती,
प्रेम।शास्त्र दया योग्य हैं।

क्योंकि, आदमी उनमे से वही निकल लेता है जो कि निकाल लेता है हो कि निकालना चाहता है।

शास्त्र आदमी के समक्ष बहुत असमर्थ हैं।

प्रसिद्ध आंग्ल अभिनेता चार्ल्स बेनिस्टर (Charles Bannister) को किसी भोज में शराब पीते देखकर उसके निजी चिकित्स्क ने रोका और कहाः " अब उस गंदी चीज को और न पियो ----- और मैं कितनी बार तुमसे नहीं कह चुका हूँ कि पृथ्वी पर शराब से बड़ा शत्रु तुम्हारा और कोई भी नहीं है ? "

बैनिस्टर ने शराब पीते-पीते कहाः " ज्ञात है मुझे लेकिन क्या धर्मशास्त्र में यह आदेश नहीं दिया गया है कि अपने शत्रुओं को प्रेम करो ? "

रजनीश के प्रणाम

१.४.१९७१


See also
Ghoonghat Ke Pat Khol ~ 093 - The event of this letter.
translation on Osho News