Deewan-E-Murshid (दीवान-ए-मुर्शिद)
- यह रूहानी ग़ज़लों का स्रग्रह है जिन्हे सदगुरु ओशो सिद्धार्थ जी ने अपनी संबोधि (5 मार्च 1997) के बाद लिखा है। साधना की दृष्टि से इनका विशेष महत्व है। ये सभी गज़लें सदगुरु ओशो सिद्धार्थ जी के प्यारे गाविन्द की याद से लबरेज़् है।
- author
- Sw Anand Siddharth (Osho Siddharth)
- language
- Hindi
- notes
- This is 1st vol of Murshid Vani (मुर्शिद वाणी) series.
editions
दीवान-ए-मुर्शिद
|