Avadhoot Geeta (अवधूत गीता)
- ओशो सिद्धार्थ जी कहते हैं- जहां भगवत्गीता समाप्त होती है, वहां से अश्टावक्र गीता षुरु होती है और जहां से अश्टावक्र गीता समाप्त होती है वहां से अवधूत गीता षुरु होती है। यह पुस्तक भगवान दत्तात्रेय एवं ओशो सिद्धार्थ की समवेत स्वर लहरी है।
- author
- Sw Anand Siddharth (Osho Siddharth)
- language
- Hindi
- notes
- Available online as PDF on OshoDhara.
editions
अवधूत गीता
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