Letter written on 14 May 1968: Difference between revisions

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मैं १७ मई की रात्रि बम्बई हूँ। रात्रि ९ बजे मिल। या २१ मई को पुन: बम्बई हूँ। उस दिन दोपहर ३ बजे मिल सकती है। मैं कहां रहूँगा, उसका पता फोन नं. २५७०४८-३२७६१२-५२१७४९-४७२३६५ से मिल सकता है।
मैं १७ मई की रात्रि बम्बई हूँ। रात्रि ९ बजे मिल। या २१ मई को पुन: बम्बई हूँ। उस दिन दोपहर ३ बजे मिल सकती है। मैं कहां रहूँगा, उसका पता फोन नं. २५७०४८--३२७६१८--५२१७४९--४७२३६५ से मिल सकता है।


रजनीश के प्रणाम  
रजनीश के प्रणाम  

Revision as of 07:05, 1 May 2024

This letter is dated 14th May 1968 and addressed to Ma Dharm Jyoti, then known as Pushpa. It is not known to have been previously published.

प्यारी पुष्पा,
प्रेम। तेरे पत्र पाकर आनंदित हूँ।

प्रभु के लिए ऐसी प्यास शुभ है।

क्योंकि, अंतः प्यास की पूर्णता ही उसकी प्राप्ति का पथ बनती है।


मैं १७ मई की रात्रि बम्बई हूँ। रात्रि ९ बजे मिल। या २१ मई को पुन: बम्बई हूँ। उस दिन दोपहर ३ बजे मिल सकती है। मैं कहां रहूँगा, उसका पता फोन नं. २५७०४८--३२७६१८--५२१७४९--४७२३६५ से मिल सकता है।

रजनीश के प्रणाम

१४/५/१९६८


See also
Letters to Ma Dharm Jyoti ~ 08 - The event of this letter.