प्यारी सोहन,
प्रेम। तेरी और माणिक बाबू की शुभकामनायें मिली हैं।
पागल ! ५ दिसम्बर से तेरी राह देख रहा हूँ ?
और तेरा है कि कोई पता ही नहीं है !
कहां खोगई थी ?
और उस स्वेटर का क्या हुआ ?
उसे पोस्ट से भेज दे।
बेचारी डाली सोचती होगी कि मैं उसकी स्वेटर पहने हुये हूँ !
माणिक बाबू को प्रेम।
बच्चों को आशीष।
रजनीश के प्रणाम
१२/१२/१९६८
पुनश्चः
माणिक बाबू को कहना कि मैं ४ मई की संध्या पूना पहुँचूंगा कोल्हापुर के लिए। ५ की सुबह कोल्हापुर चलना है। ५, ६, ७ मई वहां बोलूंगा। ७ की रात्रि पूना वापिस होंगे। ८ और ९ पूना में तीन भाषण रखलें। ९ की संध्या कल्याण से जबलपुर लौटूंगा। ५, ६, ७ मई के कार्यक्रम की खबर कोल्हापुर करदेंगे।
Partial translation
"PS:
Tell Manik Babu that I will be reaching Poona on 4th May evening for (going to) Kolhapur. We have to go to Kolhapur on 5th morning. 5, 6, 7 May, I will speak there. We will return on 7th night. Keep three lectures on 8th and 9th in Poona. I will return to Jabalpur from Kalyan on 9th evening."