Panchhi Ko Apne Pankhon
- पंछी को अपने पंखों का - Panchhi Ko Apne Pankhon
- Writers
- Sw Shailendra Saraswati ओशो शैलेन्द्र
- Lyrics
- पंछी को अपने पंखों का अहसास कराया
- ओशो ने हमको रूह का आकाश दिखाया
- हिम्मत की कमी थी, और छोटे-छोटे पर
- मोह था जंजीर से, अनजान का भी डर
- तुम भी तो मेरे जैसे हो, ये राज बताया
- ओशो ने हमको रूह का आकाश दिखाया
- संकल्प सिखा के दिल में श्रद्धा जगा के
- साक्षी को मन के पिंजड़े का द्वार बता के
- हमको उड़ान भरने का विश्वास दिलाया
- ओशो ने हमको रूह का आकाश दिखाया
- तारों के नगर में ये चला पंछी अकेला
- छूटा जमीं पे सारे विचारों का वो मेला
- मुक्ति के आनन्द का आभास कराया
- ओशो ने हमको रूह का आकाश दिखाया
- ओशो की इक नज़र से मेरी बात बन गई
- जिंदगी ये प्यारी-सी सौगात बन गई
- दौर-ए-खिजां को भी मधुमास बनाया
- ओशो ने हमको रूह का आकाश दिखाया
Jabse Dekha TuNe Osho (music album)
- Part of Osho Birthday Celebration 11 Dec. 2018
- Artists
- Sw Shailendra Saraswati ओशो शैलेन्द्र - singer
- ?
- Recorded
- 2018. Recorded at Gurdeep Studio, Delhi, India
- Released
- 2018
Audio - full length
- 07 9:39 - पंछी को अपने पंखों