Letter written to Ma Yoga Sohan on 8 Sep 1966. It is unknown if it has been published or not.
आचार्य रजनीश
प्रिय सोहन,
प्रेम। तेरा पत्र मिला। कल ही तेरे पत्रों का संकलन (पथ के प्रदीप ) भी छपकर आगया है। मेरे पहुँचने के पूर्व वह पूना भी पहुँच ही जावेगा। मैं १४ सित. की संध्या मद्रास एक्सप्रेस से ६ बजकर १५ मिनट पर पूना पहुँच रहा हूँ। उस गाड़ी के लिए पूना तक का रिजर्वेशन करा लिया है। माणिक बाबू को कहना कि किसी को कल्याण भटकाने की आवश्यकता नहीं है। शेष मिलने पर । वहां सबको प्रणाम।
रजनीश के प्रणाम
८/९/१९६६
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जीवन जागृती केन्द्र : ११५ नेपियर टाउन : जबलपुर (म.प्र.)