Ek Fakkar Masiha: Osho (एक फक्‍कड़ मसीहा : ओशो) (series): Difference between revisions

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description = Gyan Bhed traveled throughout India to meet and talk with sannyasins and others associated with Osho to absorb their stories, and read documents, including Osho's books and journals. The result was this stupendous nine-volume Hindi set (also rendered in Latin alphabet as Fakkad/Phakkad and Messiah/Maseeha), having some 3600 pages in all.  
description = Gyan Bhed traveled throughout India to meet and talk with sannyasins and others associated with Osho to absorb their stories, and read documents, including Osho's books and journals. The result was this stupendous nine-volume Hindi set (also rendered in Latin alphabet as Fakkad/Phakkad and Messiah/Maseeha), having some 3600 pages in all.  


इस पुस्तक के लेखक स्वामी ज्ञानभेद (श्रीकांत मित्तल) ने बड़े परिश्रमपूर्वक  ओशो के शब्द-रत्नाकर में गोते लगाकर उन सारे रत्नों को एकत्रित किया  है जो उन्होंने अपने बचपन के संबंध र्मे कहे हैं । ऐसे हजारों किस्सों को  चुनकर उन्हें क्रमश: एक कालबद्ध सूत्र में गूंथना बड़ी लगन और मेहनत  का काम है । ओशो जब बचपन की कहानियां सुनाते हें तो किसी विशेष  संदर्भ में । उन सब बिखरे हुए मोतियों को इकट्ठे कर, उन्हें समय के क्रम में  पिरोने का दुरुह कृत्य स्वामी ज्ञानभेद ने बखूबी किया है, इसलिए पुस्तक  पड़ते दुए लगता है कि हम एक रोचक उपन्यास पढ़ रहे हें... ।
:इस पुस्तक के लेखक स्वामी ज्ञानभेद (श्रीकांत मित्तल) ने बड़े परिश्रमपूर्वक  ओशो के शब्द-रत्नाकर में गोते लगाकर उन सारे रत्नों को एकत्रित किया  है जो उन्होंने अपने बचपन के संबंध र्मे कहे हैं । ऐसे हजारों किस्सों को  चुनकर उन्हें क्रमश: एक कालबद्ध सूत्र में गूंथना बड़ी लगन और मेहनत  का काम है । ओशो जब बचपन की कहानियां सुनाते हें तो किसी विशेष  संदर्भ में । उन सब बिखरे हुए मोतियों को इकट्ठे कर, उन्हें समय के क्रम में  पिरोने का दुरुह कृत्य स्वामी ज्ञानभेद ने बखूबी किया है, इसलिए पुस्तक  पड़ते दुए लगता है कि हम एक रोचक उपन्यास पढ़ रहे हें... ।
 
:यह उपन्यास बनाम आत्मकथा एक तीर्थ-यात्रा है । पावन गंगा के सभी रूप समस्त विन्यास ओशो की उन्मुक्त जीवन सरिता में पाए जाते हैं । वे बज्रादपि कठोर और कुसुमादपि मृदु दोनों हैं । उनके जीवन की बहुआयामी घटनाएं देखकर लगता है कि जैसे हमारे चक्षुओं के सामने  ब्रह्माण्ड का अनंत विस्तार खुल गया हो   
यह उपन्यास बनाम आत्मकथा एक तीर्थ-यात्रा है । पावन गंगा के सभी रूप समस्त विन्यास ओशो की उन्मुक्त जीवन सरिता में पाए जाते हैं । वे बज्रादपि कठोर और कुसुमादपि मृदु दोनों हैं । उनके जीवन की बहुआयामी घटनाएं देखकर लगता है कि जैसे हमारे चक्षुओं के सामने  ब्रह्माण्ड का अनंत विस्तार खुल गया हो   
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author=[[Sw Gyan Bhed]] |
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notes = Partly translated to English as ''[[The Rebellious Enlightened Master Osho]]''.  
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:The nine volumes are:  
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:''[[Ek Fakkar Masiha: Osho, Vol 1 (एक फक्‍कड़ मसीहा : ओशो, पार्ट 1)]]''  
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:''[[Ek Fakkar Masiha: Osho, Vol 5 (एक फक्‍कड़ मसीहा : ओशो, पार्ट 5)]]''  
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Latest revision as of 07:25, 3 April 2022


Gyan Bhed traveled throughout India to meet and talk with sannyasins and others associated with Osho to absorb their stories, and read documents, including Osho's books and journals. The result was this stupendous nine-volume Hindi set (also rendered in Latin alphabet as Fakkad/Phakkad and Messiah/Maseeha), having some 3600 pages in all.
इस पुस्तक के लेखक स्वामी ज्ञानभेद (श्रीकांत मित्तल) ने बड़े परिश्रमपूर्वक ओशो के शब्द-रत्नाकर में गोते लगाकर उन सारे रत्नों को एकत्रित किया है जो उन्होंने अपने बचपन के संबंध र्मे कहे हैं । ऐसे हजारों किस्सों को चुनकर उन्हें क्रमश: एक कालबद्ध सूत्र में गूंथना बड़ी लगन और मेहनत का काम है । ओशो जब बचपन की कहानियां सुनाते हें तो किसी विशेष संदर्भ में । उन सब बिखरे हुए मोतियों को इकट्ठे कर, उन्हें समय के क्रम में पिरोने का दुरुह कृत्य स्वामी ज्ञानभेद ने बखूबी किया है, इसलिए पुस्तक पड़ते दुए लगता है कि हम एक रोचक उपन्यास पढ़ रहे हें... ।
यह उपन्यास बनाम आत्मकथा एक तीर्थ-यात्रा है । पावन गंगा के सभी रूप समस्त विन्यास ओशो की उन्मुक्त जीवन सरिता में पाए जाते हैं । वे बज्रादपि कठोर और कुसुमादपि मृदु दोनों हैं । उनके जीवन की बहुआयामी घटनाएं देखकर लगता है कि जैसे हमारे चक्षुओं के सामने ब्रह्माण्ड का अनंत विस्तार खुल गया हो
author
Sw Gyan Bhed
language
Hindi
notes
Partly translated to English as The Rebellious Enlightened Master Osho.
The nine volumes are:
Ek Fakkar Masiha: Osho, Bhag 1 (एक फक्‍कड़ मसीहा : ओशो, भाग 1)
Ek Fakkar Masiha: Osho, Bhag 2 (एक फक्‍कड़ मसीहा : ओशो, भाग 2)
Ek Fakkar Masiha: Osho, Bhag 3 (एक फक्‍कड़ मसीहा : ओशो, भाग 3)
Ek Fakkar Masiha: Osho, Bhag 4 (एक फक्‍कड़ मसीहा : ओशो, भाग 4)
Ek Fakkar Masiha: Osho, Bhag 5 (एक फक्‍कड़ मसीहा : ओशो, भाग 5)
Ek Fakkar Masiha: Osho, Bhag 6 (एक फक्‍कड़ मसीहा : ओशो, भाग 6)
Ek Fakkar Masiha: Osho, Bhag 7 (एक फक्‍कड़ मसीहा : ओशो, भाग 7)
Ek Fakkar Masiha: Osho, Bhag 8 (एक फक्‍कड़ मसीहा : ओशो, भाग 8)
Ek Fakkar Masiha: Osho, Bhag 9 (एक फक्‍कड़ मसीहा : ओशो, भाग 9)

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