Jeevan Pragya (जीवन प्रज्ञा)
- ‘जीवेम शरदः शतम्’ की जो जीवन दृष्टि है उसे हमें अपने आचरण में ढालना है। ओशोधारा का यह त्रिदिवसीय कार्यक्रम हमें अहोभाव और सम्मान पूर्वक जीवन जीने की कला सिखाता है।
- author
- Osho Siddharth
- language
- Hindi
- notes
editions
जीवन प्रज्ञा
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