Jin-Sutra, Bhag 2 (जिन-सूत्र, भाग दो) (2 volume set)
- महावीर के व्यक्तित्व की विशेषताओं में एक विशेषता यह भी है कि उन्हें जो सत्य की अनुभूति हुई है, उसकी अभिव्यक्ति को जीवन के समस्त तलों पर प्रकट करने की कोशिश की है। मनुष्य तक कुछ बात कहनी हो, कठिन तो बहुत है, लेकिन फिर भी बहुत कठिन नहीं है। लेकिन महावीर ने एक चेष्टा की जो अनूठी है और नई है। और वह चेष्टा यह है कि पौधे, पशु-पक्षी, देवी-देवता, सब तक--जीवन के जितने तल हैं, सब तक--उन्हें जो मिला है, उसकी खबर पहुंच जाए! ओशो
- notes
- Talks on Mahaveer.
- This is second volume of 4. Previously published as ch.17-31 of Jin-Sutra, Bhag 1 (जिन-सूत्र, भाग एक).
- time period of Osho's original talks/writings
- May 27, 1976 to Jun 10, 1976 : timeline
- number of discourses/chapters
- 15 (numbered 17-31) (see discussion for TOC)
editions
Jin-Sutra, Bhag 2 (जिन-सूत्र, भाग दो) (2 volume set)
|