Talk:Patanjali Yog-Sutra, Bhag 3 (पतंजलि योग-सूत्र, भाग तीन)
TOC:
- 1. योग है परम मिलन
- 2. साधना, बुद्धत्व और सहभागिता
- 3. ज्ञान नहीं- जागरण
- 4. पहेलीः बुद्धत्व में छलांग की
- 5. योग के आठ अंग
- 6. ऊर्जा का रूपांतरण
- 7. पहले शुद्धता- फिर शक्ति
- 8. एक सार्वभौम धार्मिकता की तैयारी
- 9. योग का दूसरा चरणः अंतस शोधन
- 10. ध्यान का स्वादः योग की उड़ान
- 11. योग का आधार- पंच महाव्रत
- 12. कर्तव्य नहीं- प्रेम
- 13. शरीर और मन की शुद्धता
- 14. आत्म-सुख से परोपकार का जन्म
- 15. शुद्धता, शून्यता और समर्पण
- 16. साक्षी- परम विवेक
- 17. आसन और प्राणायाम के आत्यंतिक रहस्य
- 18. ध्यानः अज्ञात सागर का आमंत्रण
- 19. प्रत्याहार- स्रोत की ओर वापसी
- 20. जीवनः अस्तित्व की एक लीला