Us Najar Ne Kya Se Kya Bana Diya (उस नजर ने क्‍या से क्‍या बना दिया): Difference between revisions

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Revision as of 08:03, 17 October 2018


सद्गुरु की शरण में जाकर एक नया जन्‍म होता है। जहां पुराना गलकर पिघल जाता है और सिर्फ रह जाता है- एक नया मनुष्‍य। नया मनुष्‍य बनना अर्थात् बंधनों से मुक्‍त होना, बचचे सा निर्दोष बनना। कोरी स्‍लेट बनना। यह प्रयास से नहीं समझ या बोध से होता है और समझ्‍ के अंदर विस्‍फोट से होता है। पर्त दर पर्त अपने को उघाड़ता जाना है। अचेतन को चेतन बनाना है। यह तभी संभव होता है जब नजर उस नजर से मिल जाए और कहने को सिर्फ रह जाए- उस नजर ने क्‍या से क्‍या बना दिया।’ इस पुस्‍तक में आत्‍मा को स्‍वयं के अहंकारबोध से मुक्‍तकर अस्तित्‍व के द्वार पर आखिरी छलांग लगाना चाहते हैं। सद्गुरु की अनुकंपा और करुणा ही इसमें उनके साथ है।
author
Sw Gyan Bhed
language
Hindi
notes

editions

उस नजर ने क्‍या से क्‍या बना दिया

Year of publication : 2008
Publisher : Diamond Pocket Books
Edition no. : 1
ISBN 812881754X (click ISBN to buy online)
Number of pages :
Hardcover / Paperback / Ebook : P
Edition notes :