Dharm Aur Rajneeti (धर्म और राजनीति)
- जीवन में जो सक्रिय सत्ता है, जीवन को बदलने का जो सक्रिय आंदोलन है, जीवन को चलाने और निर्मित करने की जो व्यवस्था है, उस सबका नाम राजनीति है। राजनीति के भीतर अर्थ भी है, शिक्षा भी है राजनीति के भीतर हमारे जीवन के सारे अंतर्संबंध हैं। लेकिन भारत का दुर्भाग्य समझा जाना चाहिए कि हजारों वर्षों से राजनीति और धर्म के बीच कोई संबंध नहीं रहा। भारत में राजनीति और धर्म दोनों जैसे विरोधी रहे हैं। एक-दूसरे की तरफ पीठ किये खड़े हैं। और यह आज की बात नहीं हैं, हजारों वर्षों से ऐसा हुआ है और उसका दुष्परिणाम भी हमने भोगा है। एक हजार वर्ष की गुलामी उसका दुष्परिणाम है।
- notes
- Started life as a single-discourse booklet (1st edition below), has morphed into a five-talk compilation (Diamond edition below). In both cases, talk(s) on (literally) "Religion and Politics" given in unknown place(s). See discussion for the 5-talk TOC and more.
- Diamond editions published as ch.15-19 of Bharat Ke Jalte Prashna (भारत के जलते प्रश्न).
- number of discourses/chapters
- 5 / 1**
editions
Dharm Aur Rajneeti (धर्म और राजनीति)
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