Letter written on 20 Feb 1971 (Jyoti)

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Letter written to Ma Dharm Jyoti on 20 Feb 1971. It has been published in Pad Ghunghru Bandh (पद घुंघरू बांध) as letter 89.

Acharya Rajneesh

A-1 WOODLAND PEDDAR ROAD BOMBAY-26. PHONE: 382184

प्यारी धर्म ज्योति।
प्रेम। एक रात्रि किसी सम्राट ने स्वप्न देखा और स्वप्न में देखा कि उसका एक परिचित सम्राट स्वर्ग में है और उसका ही एक परिचित संत नर्क में।

स्वभावतः ही चकित हुआ वह सम्राट।

और स्वप्न में ही पूछ बैठाः "इसका अर्थ क्या है? यह उलटी स्थिति क्यों है?"

एक अज्ञात आवाज ने प्रत्युत्तर में कहाः "सम्राट स्वर्ग में है क्योंकि वह सदा संतों को खोजता रहा और सत्संग को! और संत नर्क में है क्योंकि उसने अपने पूरे जीवन में सिवाय सम्राटों को खोजने के और कुछ भी नहीं किया।"

रजनीश के प्रणाम

२०/२/१९७१


See also
Pad Ghunghru Bandh ~ 089 - The event of this letter.