Letter written on 9 Mar 1966: Difference between revisions
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[[ | Letter written to [[Sw Yoga Manik|Manik Babu]], husband of [[Ma Yoga Sohan]], on 9 Mar 1966 in Jabalpur. It is unknown if it has been published or not. | ||
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प्रिय श्री० माणिक बाबू,<br> | |||
प्रेम। आपका पत्र मिला है। मैं प्रवास पर था,रात्रि ही लौटा हूँ। महावीर जयंती के लिए जयपुर जाने का सोचा था फिर आपका आग्रह है तो पूना ही आरहा हूँ। असली बात तो सोहन के नये मकान में जाने की है ! | |||
मैं ३१ मार्च को यहां से कलकत्ता मेल से निकलूंगा। १ अप्रैल नासिक बोल रहा हूँ। २ अप्रैल को ११बजे कलकत्ता मेल (व्हाया इलाहबाद )से कल्याण के लिए निकलूंगा। जहां से मद्रास एक्सप्रेस पकड़कर पूना ६ बजे पहुँच जाऊँगा। ३ अप्रैल को सुबह या रात्रि जब आप चाहें महावीर जयंती का कार्यक्रम रखलें। ४अप्रैल भी रुकूंगा, लेकिन और कोई कार्यक्रम न रखें। ५ अप्रैल की रात्रि ८ बजे कल्याण से मुझे कलकत्तामेल वापिसी के लिए पकड़नी है। उसपर जबलपुर तक के लिए एयरकंडीशन्ड में एक बर्थ सुरक्षित करालें। डाक्टरों का आग्रह है कि अतिप्रवास के कारण यदि जहांतक संभव हो मैं एयरकंडीशन्ड में चलूं स्वास्थ्य के लिए ठीक है। | |||
श्री० पुंगलिया का भी पत्र था। उन्हें अरविंद ने स्वीकृति का पत्र लिख दिया है। | |||
सोहन को प्रेम।बच्चों को आशीष। | |||
जबलपुर.<br> | |||
९/३/१९६६ | |||
रजनीश के प्रणाम | |||
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Revision as of 06:41, 5 March 2020
Letter written to Manik Babu, husband of Ma Yoga Sohan, on 9 Mar 1966 in Jabalpur. It is unknown if it has been published or not.
प्रिय श्री० माणिक बाबू, मैं ३१ मार्च को यहां से कलकत्ता मेल से निकलूंगा। १ अप्रैल नासिक बोल रहा हूँ। २ अप्रैल को ११बजे कलकत्ता मेल (व्हाया इलाहबाद )से कल्याण के लिए निकलूंगा। जहां से मद्रास एक्सप्रेस पकड़कर पूना ६ बजे पहुँच जाऊँगा। ३ अप्रैल को सुबह या रात्रि जब आप चाहें महावीर जयंती का कार्यक्रम रखलें। ४अप्रैल भी रुकूंगा, लेकिन और कोई कार्यक्रम न रखें। ५ अप्रैल की रात्रि ८ बजे कल्याण से मुझे कलकत्तामेल वापिसी के लिए पकड़नी है। उसपर जबलपुर तक के लिए एयरकंडीशन्ड में एक बर्थ सुरक्षित करालें। डाक्टरों का आग्रह है कि अतिप्रवास के कारण यदि जहांतक संभव हो मैं एयरकंडीशन्ड में चलूं स्वास्थ्य के लिए ठीक है। श्री० पुंगलिया का भी पत्र था। उन्हें अरविंद ने स्वीकृति का पत्र लिख दिया है। सोहन को प्रेम।बच्चों को आशीष। जबलपुर. रजनीश के प्रणाम |
- See also
- Letters to Manik ~ 07 - The event of this letter.
- Letters to Sohan and Manik - Overview page of these letters.