Letter written to Manik Babu, husband of Ma Yoga Sohan, on 3 Apr 1968. It is unknown if it has been published or not.
Acharya Rajnish
115, Napier Town, Yogesh Bhavan, Jabalpur (M.P.)
प्रिय माणिक बाबू,
प्रेम। आपका पत्र। मुझे १२ अप्रैल की संध्या मेल से वापस लौटना पड़ेगा । यहां १४ को एक मीटिंग में बोलना है। और शिमला भी अभी नहीं चल सकूंगा। अच्छी जगह जाना और आराम मेरे भाग्य में ही नहीं है ! सोहन को प्रेम। बच्चों को आशीष। इस बार मुझे और कहीं मत ठहरा देना ! घर जहां है, वहां और कही ठहरना अजीब सा मालुम होता है।