Talk:Ashtavakra: Mahageeta, Bhag 5 (अष्टावक्र : महागीता, भाग पांच) (6 volume set)
TOC for the 1990 edition:
- 1. शुष्कपूर्णावता जीयो
- 2. घन बरसे
- 3. महाशय को कैसा मोक्ष!
- 4. एकाकी रमता जोगी
- 5. जानो और जागो
- 6. अपनी बानी प्रेम की बानी
- 7. दृश्य से द्रष्टा में छलांग
- 8. मन तो मौसम-सा चंचल
- 9. स्वतंत्र्यत् परमं पदम्
- 10. दिल का देवालय साफ करो
- 11. निराकार, निरामय साक्षित्व
- 12. सद्गुरुओं के अनूठे ढंग
- 13. मूढ़ कौन, अमूढ़ कौन!
- 14. अवनी पर आकाश गा रहा
- 15. मन का निस्तरण