Kaha Kahun Us Des Ki (कहा कहूं उस देस की)
- प्रश्नोत्तर प्रवचनमाला के अंतर्गत ओशो द्वारा दिए गए तीन प्रवचन।
- जहां हम बुद्धि का उपयोग करते हैं वहां बड़ी और बात है। वहां हम यह कह रहे हैं कि जहां हमें दिखाई नहीं पड़ रहा लेकिन हम सोच-सोच कर, टटोल-टटोल कर निकलने की कोशिश कर रहे हैं। जो देखने वाला कर सका है बिना सोच-विचारे, वह हम सोच-विचार कर, करने की कोशिश कर रहे हैं।
- notes
- Responses given by Osho to questions from seekers in an unknown place and time. See discussion re anomalies and a partial TOC.
- time period of Osho's original talks/writings
- (unknown)
- number of discourses/chapters
- 2 or 4
editions
Kaha Kahun Us Des Ki (कहा कहूं उस देस की)
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