Letter written on 4 Aug 1966

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Letter written to Pratap J. Toliya on 4 Aug 1966. It is unknown if it has been published or not.

Sw Satya Anuragi kindly shared this and other 17 letters to Pratap.


आचार्य रजनीश

प्रिय प्रताप,
तुम्हारा पत्र। मैं बाहर था।कल ही लौटा हूं, इसलिए ही उत्तर में विलंब हो गया है।

उस ओर नवंबर में कार्यक्रम रखा जा सकता है। इधर मैंने विश्वविद्यालय से मुक्ति ले ली है, इसलिए अब वृहत्तर विश्व की सेवा में सुविधा से संलग्न हो सकता हूं कार्यक्रम की व्यवस्था और आयोजन के लिए श्री रमन भाई को लिखना।

१७, १८ सितंबर बम्बई बोल रहा हूँ। उसके पहले दो दिन पूना रहूँगा। सम्भवतः दोनों कार्यक्रमों के बीच में एक दिन के लिए अहमदाबाद भी आऊं। तुम्हारे मार्गव्यय के लिए किसी को भी कहने में संकोच मालूम होता है।

'पथ के प्रदीप' में प्रेस वालों ने हद का विलंब कर दिया है। आते ही उसे भेजूंगा।

शेष शुभ। वहां सबको प्रेम। विल नगर के अपरिचित प्रियजनों को मेरे प्रेम की भेंट देना।

रजनीश के प्रणाम

४ अगस्त १९६६

जीवन जागृती केन्द्र : ११५ नेपियर टाउन : जबलपुर (म. प्र.)


See also
Letters to Pratap ~ 08 - The event of this letter.