Prem Nadi Ke Teera (प्रेम नदी के तीरा): Difference between revisions
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Revision as of 06:50, 11 April 2015
- मित्रों व प्रेमियों को छोटे-छोटे समूहों के बीच प्रश्नोत्तर सहित ।
- समर्पण का कुल मतलब इतना है कि वह जो विराट है हमारे चारों तरफ, जिससे हम पैदा होते हैं, जिसमें हम जीते हैं और जिसमें हम लीन हो जाते हैं, उससे हम क्षण भर को भी अपने को अलग न करें। अलग न करने के भाव का नाम समर्पण है। वह विराट के प्रति लहर का समर्पण है।
- notes
- Intimate dialogues with small groups, available only in audio. See discussion for a discourse title list.
- time period of Osho's original talks/writings
- (unknown)
- number of discourses/chapters
- 16